बेंगलुरु में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की IPL 2025 की जीत के जश्न के दौरान हुई भगदड़ में अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है। यह दुखद घटना बुधवार, 4 जून 2025 को एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुई। इस हादसे में 30 से अधिक लोग घायल भी हुए हैं, जिनमें से कई का अस्पतालों में इलाज चल रहा है।
यह घटना कैसे हुई और इसके मुख्य कारण क्या थे?
इस भगदड़ के पीछे कई कारण बताए जा रहे हैं, जिनमें मुख्य रूप से निम्नलिखित शामिल हैं:
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अत्यधिक भीड़ और कुप्रबंधन:
- मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के अनुसार, स्टेडियम की क्षमता लगभग 35,000 लोगों की है, लेकिन जश्न के लिए 2 से 3 लाख लोग स्टेडियम के आसपास जमा हो गए थे। इतनी बड़ी भीड़ की उम्मीद शायद आयोजकों या प्रशासन को नहीं थी।
- भीड़ को नियंत्रित करने के लिए उचित बैरिकेडिंग और पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था का अभाव था। 5000 पुलिसकर्मियों की तैनाती के बावजूद, भीड़ को संभालना मुश्किल हो गया।
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स्टेडियम में जबरन प्रवेश की कोशिश:
- आरसीबी की जीत के बाद प्रशंसकों में भारी उत्साह था और हजारों लोग खिलाड़ियों का स्वागत करने के लिए सड़कों पर जमा हो गए।
- स्टेडियम में प्रवेश के लिए फ्री पास और टिकट को लेकर भ्रम की स्थिति थी। जब कुछ गेट खोले गए या यह घोषणा की गई कि सभी को अंदर जाने की अनुमति है, तो भारी भीड़ प्रवेश करने के लिए उमड़ पड़ी।
- लोग छोटे-छोटे गेटों से जबरन घुसने की कोशिश करने लगे और कई जगहों पर भीड़ ने गेट्स तोड़ दिए।
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भीड़ का अनियंत्रित व्यवहार:
- काफी समय से इंतजार करते-करते लोग धैर्य खो बैठे और अचानक आगे बढ़ने लगे।
- एक चश्मदीद के अनुसार, 600-700 लोगों ने एक साथ गेट तोड़ दिया और अंदर घुसने की कोशिश की, जिससे भगदड़ मच गई।
- इसी हड़बड़ी और धक्का-मुक्की के दौरान कुछ लोग नीचे गिर गए और उनके ऊपर भीड़ चढ़ गई, जिससे दम घुटने और कुचले जाने से मौतें हुईं।
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कार्यक्रम का रद्द होना:
- शुरुआत में चिन्नास्वामी स्टेडियम से कर्नाटक विधानसभा तक ट्रॉफी के साथ विक्ट्री परेड निकालने की योजना थी। लेकिन, भारी भीड़ और अनियंत्रित स्थिति को देखते हुए इस परेड आयोजन को रद्द कर दिया गया।
- परेड रद्द होने के बाद, फैंस की भीड़ स्टेडियम के अंदर जाने की कोशिश करने लगी, जिससे दबाव और भगदड़ बढ़ गई।
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प्रशासनिक लापरवाही पर सवाल:
- इस हादसे के बाद प्रशासन और आयोजकों पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। आरोप है कि सरकारी बदइंतजामी और आयोजकों की लापरवाही के कारण यह घटना हुई।
- बिना किसी प्रभावी भीड़ नियंत्रण के उपायों के अभाव में यह हादसा हुआ, जिसे टाला जा सकता था।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने इस घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं और कहा है कि सभी घायलों की हालत खतरे से बाहर है। पीएम मोदी सहित कई हस्तियों ने इस दुखद घटना पर दुख जताया है। यह घटना देश में भीड़ नियंत्रण और बड़े आयोजनों में सुरक्षा व्यवस्था पर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े करती है।
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